गीत – नैया मेरी चलती जाये सहारे तेरे बढ़ती जाये, कभी तो मुझे पार लगा…
गीत- तक़दीर का फ़साना जा कर किसे सुनायें इस दिल में जल रही हैं अरमान…
गीत – नैया मेरी चलती जाये सहारे तेरे बढ़ती जाये, कभी तो मुझे पार लगा…
गीत- तक़दीर का फ़साना जा कर किसे सुनायें इस दिल में जल रही हैं अरमान…