“उस ग़ैरत-ए-नाहीद की हर तान है दीपक शोला सा लपक जाए है, आवाज़ तो देखो|”…

“उस ग़ैरत-ए-नाहीद की हर तान है दीपक शोला सा लपक जाए है, आवाज़ तो देखो|”…
वक़्त, सफ़र की तरह मसलसल, सब्र, इंतज़ार की तरह ख़ामोश और शोहरत, क़िस्मत की तरह…
दूरदर्शन पर धारावाहिक,”महाभारत” के पुनः प्रसारण होने से बहुत कुछ पुराना, स्मृतियों के रूप में…
गीत – मोहब्बत कर लो, जी भर लो, अजी किसने रोका है फ़िल्म – आरपार…
गीत – दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई तूने काहे को दुनिया बनाई…
गीत – चुनरी संभाल गोरी , उड़ी चली जाये रे फ़िल्म – बहारों के सपने…
गीत – कभी न कभी , कहीं न कहीं , कोई न कोई तो आयेगा…
गीत – मैं ये सोच कर उसके दर से उठा था फ़िल्म – हक़ीक़त (1965)…
मोहे श्याम रंग दई दे फ़िल्म – बन्दिनी (1963) संगीतकार – सचिनदेव बर्मन गीतकार –…
गीत – रसिक बलमा हाय, दिल क्यूँ लगाया तोसे, जैसे रोग लगाया फ़िल्म – चोरी…