गीत – नज़र उठने से पहले ही झुका लेती तो अच्छा था फ़िल्म – माडर्न…

गीत – नज़र उठने से पहले ही झुका लेती तो अच्छा था फ़िल्म – माडर्न…
गीत – छू लेने दो नाज़ुक होंठों को कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये…
गीत – आज है दो अक्टूबर का दिन आज का दिन है बड़ा महान फ़िल्म…
गीत – किसी पत्थर की मूरत से मोहब्बत का इरादा है फ़िल्म – हमराज़ (1967)…
गीत – दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे फ़िल्म – नरसी भगत (1957)…
गीत – मुझे देख चाँद शरमाये , घटा थम जाये मैं निकलूँ तो कहे हाय…