कहीं दूर जब दिन ढल जाये, सांझ की दुल्हन बदन चुराये, चुपके से आये- आनन्द (1971) गीत – कहीं दूर जब दिन ढल जाये, सांझ की दुल्हन बदन चुराये, चुपके से…
तक़दीर का फ़साना जा कर किसे सुनायें इस दिल में जल रही हैं अरमान की चितायें – सेहरा (1963) गीत- तक़दीर का फ़साना जा कर किसे सुनायें इस दिल में जल रही हैं अरमान…