गीत – रसिक बलमा हाय, दिल क्यूँ लगाया तोसे, जैसे रोग लगाया फ़िल्म – चोरी…
गीत – छू लेने दो नाज़ुक होंठों को कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये…
गीत – मुझे देख चाँद शरमाये , घटा थम जाये मैं निकलूँ तो कहे हाय…
गीत – रसिक बलमा हाय, दिल क्यूँ लगाया तोसे, जैसे रोग लगाया फ़िल्म – चोरी…
गीत – छू लेने दो नाज़ुक होंठों को कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये…
गीत – मुझे देख चाँद शरमाये , घटा थम जाये मैं निकलूँ तो कहे हाय…