गीत – तेरी प्यारी प्यारी सूरत को किसी की नज़र ना लगे चश्मेबद्दूर
फ़िल्म – ससुराल (1961)
संगीतकार – शंकर जयकिशन
गीतकार – हसरत जयपुरी
गायक – मोहम्मद रफ़ी

संगीतकार जयकिशन और शम्मी कपूर में गहरी दोस्ती थी। दोनों पृथ्वी थियेटर के दिनों से एक दूसरे को जानते थे और दोनों हमउम्र थे। शंकर साहब उम्र में बड़े थे अतः शम्मी कपूर के दिल में उनके लिये आदर का भाव था। जयकिशन के साथ वे बराबरी के स्तर पर व्यवहार कर सकते थे। दोनों एक साथ अपनी शामें शराब के जाम पर अपनी निर्माणाधीन फ़िल्मों के गीत संगीत पर चर्चा करते हुये बिताया करते थे। जयकिशन अपनी नई नई धुन शम्मी कपूर को सुनाया करते, जो धुन शम्मी कपूर को पसंद आ जाती वो उसे अपने लिये बुक कर लेते थे।

Shammi Kapoor King Of Romance- Documentary

निर्माता एल वी प्रसाद ने ‘ससुराल’ (1961) के लिये शम्मी कपूर और बी सरोजादेवी को साइन किया था। इन दोनों ने बाद में दो और फ़िल्मों में साथ काम किया -‘प्यार किया तो डरना क्या‘ (1963) और ‘प्रीत ना जाने रीत‘ (1966)। ‘ससुराल’ के संगीतकार शंकर जयकिशन थे। जयकिशन और शम्मी कपूर ने अपनी शाम की बैठक में ‘तेरी प्यारी प्यारी सूरत’ की धुन को ‘ससुराल’ के लिये फ़ाइनल कर दिया। हसरत जयपुरी को नायिका की ख़ूबसूरती प्रेरणादायी नहीं लग रही थी पर उन्होंने अपने नन्हे बेटे की ‘प्यारी प्यारी सूरत’ याद कर यह गीत लिखा और जिस तरह बच्चों की नज़र उतारी जाती है, उसमें ‘चश्मेबद्दूर ‘ जोड़ दिया। यह गीत प्रसाद प्रोडक्शन को ‘ससुराल’ के लिये दे दिया गया।

‘ससुराल’ के निर्देशक टी प्रकाश राव थे। टी प्रकाश राव के निर्देशन में उन्हीं दिनों शम्मी कपूर फ़िल्म ‘काॅलेज गर्ल‘ (1960) में काम कर रहे थे। उनकी नायिका वैजयंतीमाला थीं। यह वही फ़िल्म है जिसमें शंकर जयकिशन ने हसरत जयपुरी या शैलेन्द्र के बजाय राजेन्द्र कृष्ण को अपना गीतकार चुना था। ‘काॅलेज गर्ल’ के एक गाने की शूटिंग के दौरान निर्देशक टी प्रकाश राव और शम्मी कपूर में कुछ कहासुनी हो गयी। सारी यूनिट के सामने शम्मी कपूर ने टी प्रकाश राव की बात मानने से इंकार कर दिया। टी प्रकाश राव ने अपने को बड़ा अपमानित महसूस किया। उन्होंने ‘ससुराल’ में शम्मी कपूर के साथ काम न करने का अपना निर्णय निर्माता एल वी प्रसाद साहब को सुना दिया। प्रसाद साहब ने निर्देशक के फ़ैसले का सम्मान करते हुये ‘ ससुराल ‘ में शम्मी कपूर के स्थान पर राजेन्द्र कुमार को ले लिया।

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शम्मी कपूर ने जयकिशन से बार बार कहा कि ‘तेरी प्यारी प्यारी सूरत’ गीत को ‘ ससुराल ‘ से वापिस ले कर उनकी किसी दूसरी फ़िल्म के लिये दे दिया जाये। पर जयकिशन को यह बात उनके व्यवसायिक उसूलों के ख़िलाफ़ लगी और वे तैयार नहीं हुये।

‘ससुराल’ में राजेन्द्र कुमार और बी सरोजादेवी पर फ़िल्माया यह गीत सुपरहिट हुआ और मोहम्मद रफ़ी को इस गीत के लिये फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड भी मिला। यह गीत अपने हाथ से निकल जाने का शम्मी कपूर को बड़ा अफ़सोस रहा।

साभार:- श्री रवींद्रनाथ श्रीवास्तव जी।

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