हम हैं मता-ए-कूचा ओ बाज़ार की तरह – दस्तक (1970) गीत – हम हैं मता-ए-कूचा ओ बाज़ार की तरह उठती है हर निगाह ख़रीदार की…
मुझे देख चाँद शरमाये, घटा थम जाये मैं निकलूँ तो कहे हाय, ज़माना कहे हाय- सम्राट चन्द्रगुप्त (1958) गीत – मुझे देख चाँद शरमाये , घटा थम जाये मैं निकलूँ तो कहे हाय…