गीत – हम हैं मता-ए-कूचा ओ बाज़ार की तरह उठती है हर निगाह ख़रीदार की…
गीत – कहना एक दीवाना तेरी याद में आहें भरता है लिख कर तेरा नाम…
गीत – हम हैं मता-ए-कूचा ओ बाज़ार की तरह उठती है हर निगाह ख़रीदार की…
गीत – कहना एक दीवाना तेरी याद में आहें भरता है लिख कर तेरा नाम…