गीत – बिजली गिरी कहाँ से , बेगाने हो गये हम अपने ही आशियाँ से…
गीत – कितना रंगीन है ये चाँद सितारों का समां आप तकते ही नहीं…
गीत – बिजली गिरी कहाँ से , बेगाने हो गये हम अपने ही आशियाँ से…
गीत – कितना रंगीन है ये चाँद सितारों का समां आप तकते ही नहीं…