गीत – छू लेने दो नाज़ुक होंठों को कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये…
गीत – बहारों से कहेंगे, नज़ारों से कहेंगे हम हो चुके तुम्हारे, हज़ारों से कहेंगे…
गीत – किसी पत्थर की मूरत से मोहब्बत का इरादा है फ़िल्म – हमराज़ (1967)…
गीत – छू लेने दो नाज़ुक होंठों को कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये…
गीत – बहारों से कहेंगे, नज़ारों से कहेंगे हम हो चुके तुम्हारे, हज़ारों से कहेंगे…
गीत – किसी पत्थर की मूरत से मोहब्बत का इरादा है फ़िल्म – हमराज़ (1967)…