हम हैं मता-ए-कूचा ओ बाज़ार की तरह – दस्तक (1970) गीत – हम हैं मता-ए-कूचा ओ बाज़ार की तरह उठती है हर निगाह ख़रीदार की…
तुम्हें हुस्न देके ख़ुदा ने सितमगर बनाया चलो इस बहाने तुम्हें भी ख़ुदा याद आया – जब से तुम्हें देखा है (1963) गीत – तुम्हें हुस्न देके ख़ुदा ने सितमगर बनाया चलो इस बहाने तुम्हें भी ख़ुदा…