इक दीवाना आते जाते हमसे छेड़ करे, सखी री वो क्या माँगे- नया दौर (1957)…

इक दीवाना आते जाते हमसे छेड़ करे, सखी री वो क्या माँगे- नया दौर (1957)…
गीत – चुनरी संभाल गोरी , उड़ी चली जाये रे फ़िल्म – बहारों के सपने…
गीत – छू लेने दो नाज़ुक होंठों को कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये…
★★ इतिहास के पन्नों में झांकना अपने आप में मनोरंजन से कम नहीं है. हज़ारों…
गीत – जिस रात के ख़्वाब आये वो ख़्वाबों की रात आई फ़िल्म – हब्बा…
गीत – किसी पत्थर की मूरत से मोहब्बत का इरादा है फ़िल्म – हमराज़ (1967)…
https://www.youtube.com/watch?v=W03OI-F7kdg&app=desktop गीत – झूम बराबर झूम शराबी झूम बराबर झूम (क़व्वाली) फ़िल्म – फ़ाइव राइफ़ल्स…