दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई- तीसरी क़सम (1966) गीत – दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई तूने काहे को दुनिया बनाई…
कहीं दूर जब दिन ढल जाये, सांझ की दुल्हन बदन चुराये, चुपके से आये- आनन्द (1971) गीत – कहीं दूर जब दिन ढल जाये, सांझ की दुल्हन बदन चुराये, चुपके से…