खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को मिलते हैं दिल यहाँ- शर्मीली (1971) गीत – खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को मिलते हैं दिल यहाँ, मिल…