भूली हुई बातें: भाग-3 – राजकमल वक़्त, सफ़र की तरह मसलसल, सब्र, इंतज़ार की तरह ख़ामोश और शोहरत, क़िस्मत की तरह…
भूली हुई बातें: भाग-2 – कुलदीप सिंह “इश्क़ में गुफ़्तगू मुझको, सहल रही तब तक मतले से मक़ते के दरम्यां, ग़ज़ल रही…