खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को मिलते हैं दिल यहाँ- शर्मीली (1971) गीत – खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को मिलते हैं दिल यहाँ, मिल…
आवाज़ दे कर हमें तुम बुलाओ, मोहब्बत में इतना ना हमको सताओ-प्रोफ़ेसर (1962) गीत – आवाज़ दे कर हमें तुम बुलाओ मोहब्बत में इतना ना हमको सताओ फ़िल्म…