छू लेने दो नाज़ुक होंठों को कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये- काजल (1965) गीत – छू लेने दो नाज़ुक होंठों को कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये…
दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे- नरसी भगत (1957) गीत – दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे फ़िल्म – नरसी भगत (1957)…