आज हिमालय की चोटी से फिर हमने ललकारा है- क़िस्मत (1943) क़िस्मत (1943) गीत – आज हिमालय की चोटी से फिर हमने ललकारा है दूर हटो…
कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा- झुमरू (1961) गीत – कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा, हम किसी के न रहे…