कभी ज़हानत पर शक़ न था उनके, कभी ख़य्याम न रहे, किसी जानिब जाने की…
गीत – दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे फ़िल्म – नरसी भगत (1957)…
कभी ज़हानत पर शक़ न था उनके, कभी ख़य्याम न रहे, किसी जानिब जाने की…
गीत – दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे फ़िल्म – नरसी भगत (1957)…