छलके तेरी आँखों से शराब और ज़्यादा-आरज़ू (1965) गीत – छलके तेरी आँखों से शराब और ज़्यादा खिलते रहें होंठों के गुलाब और…
जब इश्क़ कहीं हो जाता है तब ऐसी हालत होती है (क़व्वाली)- आरज़ू (1965) गीत – जब इश्क़ कहीं हो जाता है तब ऐसी हालत होती है (क़व्वाली) फ़िल्म…