बहारों से कहेंगे, नज़ारों से कहेंगे, हम हो चुके तुम्हारे, हज़ारों से कहेंगे- उल्फ़त की नयी मंज़िलें (1994) गीत – बहारों से कहेंगे, नज़ारों से कहेंगे हम हो चुके तुम्हारे, हज़ारों से कहेंगे…
मैं भी जलूँ तू भी जले आजा सनम लग जा गले-कभी धूप कभी छांव (1971) गीत – मैं भी जलूँ तू भी जले आजा सनम लग जा गले बाँहों में…