गीत – वन्दना करो, अर्चना करो, इस धरा महान की, स्वर्ग के समान की
फ़िल्म – लड़की सह्याद्री की (1966)
संगीतकार – वसंत देसाई
गीतकार – भरत व्यास
गायक – पंडित जसराज

पंडित जसराज मेवाती घराने के दिग्गज शास्त्रीय गायक हैं। उनका विवाह प्रसिद्ध निर्माता निर्देशक व्ही शांताराम की पुत्री मधुरा से हुआ है। उनकी पुत्री दुर्गा जसराज ज़ी टीवी पर अन्नू कपूर के साथ ‘अंताक्षरी’ कार्यक्रम की सह प्रस्तुतकर्ता थीं। पुत्र शारंगदेव फ़िल्मों में संगीतकार हैं। पंडित जसराज ने फ़िल्मों में सबसे पहले अपने श्वसुर व्ही शांताराम की फ़िल्म ‘लड़की सह्याद्री की‘ (1966) में पार्श्वगायन किया था। बाद में उन्होंने ‘बीरबल माई ब्रदर‘ (1975), ‘1920‘ (2008), और ‘लाइफ़ अॉफ पाई‘ (2012) फ़िल्मों में भी गीत गाये।

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व्ही शांताराम ने ‘लड़की सह्याद्री की’ (1966) का निर्माण दो भाषाओं में किया था – मराठी एवं हिन्दी। इस फ़िल्म में उनकी तीसरी पत्नी संध्या नायिका थीं। अन्य सब कलाकार मराठी रंगपट के थे – प्रभाकर पणशीकर, कुमार दिघे, केशवराम दाते, बाबूराव पेण्ढारकर, वत्सला देशमुख, शालिनी अभ्यंकर, मंजरी गड़कर इत्यादि।

जब यह फ़िल्म प्रदर्शित हुई तो बॉक्स अॉफिस पर औंधे मुँह गिर पड़ी। फ़िल्म के बुरी तरह फ़्लॉप हो जाने से व्ही शांताराम विचलित हो गये। शांताराम साहब के जीवन की यह सर्वाधिक असफल फ़िल्म थी समीक्षकों ने भी इसकी प्रशंसा नहीं की। निराश व हताश मन:स्थिति में उन्होंने एक चौंका देने वाला क़दम उठा लिया। उन्होंने इस फ़िल्म के सारे प्रिण्ट्स जमा कर उनमें आग लगा दी। हिन्दी के संभवत: सारे प्रिण्ट्स जल कर राख हो गये। मराठी भाषा में अलबत्ता यह फ़िल्म बच गयी। मराठी में यह फ़िल्म यू ट्यूब पर उपलब्ध है।
‘आज का गीत’ में फ़िल्म ‘लड़की सह्याद्री की’ का एक गीत प्रस्तुत है जिसे व्ही शांताराम के दामाद स्वनामधन्य गायक पंडित जसराज ने वंसत देसाई के संगीत निर्देशन में अपना दिव्य स्वर दिया है –

वन्दना करो, अर्चना करो,
इस धरा महान की,
स्वर्ग के समान की

साभार:- श्री रवींद्रनाथ श्रीवास्तव जी।

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